बुजुर्ग महिलाओं के सीन में राइडिंग और थप्पड़बाजी दिखती है, कभी-कभी ढीली कुर्सी पर पुराना कंबल बिछा होता है। बीच-बीच में जोरदार थप्पड़ की आवाज गूंजती है। एक सीन में दीवार पर पुरानी घड़ी टिक-टिक कर रही थी, जो माहौल को घरेलू फील दे रही थी।