दादाजी सीन में अक्सर सीज़न्ड मर्द जवान लड़कियों के साथ कोज़ी बेडरूम में धीमे-धीमे पेलते हैं। एक बार तो पुरानी कुर्सी पर बैठाकर अलग पोज़िशन में चुदाई देखी, वो कंट्रास्ट ही सीन को खास बनाता है। हर मूव में अनुभव और एनर्जी का फर्क साफ दिखता है।